
बाड़मेर. स्वयं की जागरूकता, सही मार्गदर्शन और कड़ी मेहनत ही सफलता के सूत्र है। जो व्यक्ति मन में ठान लेता है, वह अवश्य ही लक्ष्य को पा लेता है । यह विचार हाल में भारतीय प्रशासनिक सेवा परीक्षा में चयनित कुमार सानू में उजास और कलाम एकेडमी की ओर से आयोजित सिविल सर्विसेज कॅरियर सेमिनार में व्यक्त किए। कोई भी सफलता या असफलता अंतिम नहीं होती है लगातार अभ्यास और धैर्य से की गई कड़ी मेहनत एक दिन सफल बनाती है ।
उन्होंने कहा कि बड़ी परीक्षाएं बड़ा त्याग मांगती है। अन्य शौक को छोड़कर विद्यार्थी को पुस्तकों से मित्रता करनी होगी। पुस्तक आपको विचारवान बनाती है और यह परीक्षा सोच और समझ की परीक्षा भी होती है।
भारतीय प्रशासनिक सेवा परीक्षा में सफलता हुए डा पवन कुमावत ने कहा कि कोई भी सफलता या असफलता अंतिम नहीं होती है लगातार अभ्यास और धैर्य से की गई कड़ी मेहनत एक दिन सफल बनाती है । कलाम एकेडमी के पीयूष ने सिविल सर्विसेज के तौर तरीकों से विद्यार्थियों को अवगत करवाया ।
उजास के की चेयरपर्सन आदर्श किशोर ने बाड़मेर की सिविल सर्विसेज की परंपरा करते हुए उल्लेख करते हुए विद्यार्थियों को इस क्षेत्र में आगे आने का आह्वान किया। टीम कलाम के हरि मातव ने कार्यक्रम का संचालन किया।
कार्यक्रम में प्रबंधक कोऑपरेटिव बैंक जितेंद्र कुमार गोदारा, सामाजिक कल्याण विभाग के निदेशक पुखराज सारण ने भी विद्यार्थियों का मार्गदर्शन किया। अवसर पर लौट जोरावर सिंह, ठाकराराम बेनीवाल, जयप्रकाश जाणी, नरेंद्र लेगा, भगवानाराम, शिवकरण उपस्थित रहे। विद्यार्थियों ने प्रश्न पूछकर अपनी जिज्ञासाओं को एक्सपर्ट मंडल से शांत किया ।
source https://www.patrika.com/barmer-news/big-examinations-demand-big-sacrifice-7584140/
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