पंचायतीराज चुनाव के साथ ही आरोप-प्रत्यारोप की राजनीति शुरू हो गई है। विधानसभा चुनाव में खंडेला से कांग्रेस प्रत्याशी रहे सुभाष मील ने रींगस ब्लॉक के कार्यकर्ता सम्मेलन में विधायक महादेवसिंह खंडेला और भाजपा के पूर्व मंत्री बंशीधर बाजिया पर 40-40 साल से परिवारवाद की राजनीति का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा, दोनों नेताओं ने कोरोनाकाल के चार महीने में एक भी व्यक्ति की मदद नहीं की। ये पत्नी और बेटे-बहु को प्रधान बनाना चाहते हैं। मामले में महादेवसिंह खंडेला ने कहा, सुभाष मील की पत्नी पंचायत समिति सदस्य है। मील ने खुद विधायक का चुनाव लड़ा।
सम्मेलन के दौरान पंचायत राज चुनाव को लेकर घोषणा पत्र का विमोचन किया और वंशवाद को समाप्त करने का संकल्प दिलाया। मील ने कहा, एक ही व्यक्ति खुद विधायक, सांसद बन जाता है, इसके बाद अपने परिवार के सदस्याें को ही प्रधान व जिला प्रमुख बनाने में जुट जाता है। खंडेला में इन नेताओं द्वारा खड़ा किया गया प्रत्याशी इनके बेटे-बहु और पत्नी को प्रधान बनाने के लिए चुनाव लड़ेगा। जबकि हम जिसे चुनाव लड़ाएंगे, उनमें से काबिल व्यक्ति प्रधान बनेगा। वंशवाद की जड़ों को उखाड़कर आम व्यक्ति को प्रधान बनाना है।
सेवानिवृत्त पुलिस अधीक्षक डॉ. रामदेव सिंह खैरवा ने कार्यकर्ताओं से एकजुट होकर संघर्ष करने का आह्वान किया। इस मौके पर कांग्रेस सेवादल ब्लॉक अध्यक्ष राजेंद्र दंबीवाल, पार्षद विष्णु गंगावत, बीरबल ऐचरा, भीम आर्मी जिलाध्यक्ष श्यामलाल वर्मा, दिलीप सिंह शेखावत आदि मौजूद रहे।
विधानसभा चुनाव के पहले से पत्नी पंस. सदस्य है। पार्टी ने टिकट दिया इसलिए विधानसभा का चुनाव लड़ा। उसी वक्तघोषणा की थी कि आगे मेरे परिवार का कोई भी व्यक्ति चुनाव नहीं लड़ेगा।
सुभाष मील
नेता लॉकडाउन में दुबके रहे, अब परिवारवाद के लिए जा रहे हैं घर-घर
मील ने कहा कि लॉकडाउन के दौरान जो नेता दुबक कर बैठे थे, वे आज पंचायत चुनाव में परिवार के लिए राजनीति की जमीन तलाश रहे हैं। वंशवाद को बढ़ावा देने के लिए पूर्व मंत्री बंशीधर बाजिया व वर्तमान विधायक महादेव सिंह खंडेला घर-घर संपर्क कर रहे हैं।
दो बड़े आरोपों पर नेताओं से सीधे सवाल
सवाल 1 : आप पर वंशवाद की राजनीति करने का आरोप लगाया गया है?
सवाल 2 : लॉकडाउन में आपने किसी भी व्यक्ति की मदद नहीं की?
बंशीधर बाजिया
जवाब 1 : वंशवाद की राजनीति कांग्रेस में होती है। पिछली बार भाजपा ने तय किया था कि परिवार से कोई चुनाव नहीं लड़ेगा। इसलिए हमारे परिवार से किसी ने चुनाव नहीं लड़ा।
जवाब 2 : लॉकडाउन में जरूरत के मुताबिक लोगों की हर संभव मदद की है। राजनीतिक फायदे के लिए गलत आरोप लगाए जा रहे हैं।
महादेवसिंह खंडेला
जवाब 1 : कांग्रेस वाले भाजपा की बुराई कर रहे हैं, मैं निर्दलीय हूं। मेरे ऊपर आरोप क्यों। मैं एमपी था, पार्टी ने टिकट दिया तो चुनाव लड़ा। मील की पत्नी पंचायत समिति सदस्य है। मील ने भी विधानसभा चुनाव लड़ा।
जवाब 2 :कोरोनाकाल में लगातार लोगों के संपर्क में रहा। जरूरमतमंदों की मदद भी की है।
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