प्रदेश के तीनाें टाइगर रिजर्व में स्टाफ की कमी काे अस्थाई रूप से पूरा करने के लिए अब 15-15 दिन की ड्यूटी वन मंडल यानी टेरिटाेरियल स्टाफ की लगाई जाएगी। टाइगर रिजर्व की उन्हें ट्रेनिंग भी मिलेगी। फिलहाल यह प्राेसेस फरवरी तक जारी रहेगी।
हैड ऑफ फाॅरेस्ट की ओर से इस संबंध में आदेश जारी कर दिए हैं। मुकंदरा हिल्स टाइगर रिजर्व, रणथंभाैर टाइगर रिजर्व और सरिस्का टाइगर रिजर्व में प्रदेश के अलग-अलग जगहाें के वन मंडल स्टाफ काे भिजवाया जाएगा। ट्रेनिंग के दाैरान इन्हें 15 दिन तक फील्ड विजिट करवाई जाएगी।
पिछले दिनाें वन मंडल के स्टाफ काे ट्रेनिंग दी जा चुकी है। प्रदेश के तीनाें रिजर्व में पिछले लंबे समय से स्टाफ और संसाधनाें की कमी के चलते स्थिति गंभीर बनी है। ऐसे में एनटीसीए की ओर से वर्ष 2019 में प्रदेश के तीनाें टाइगर रिजर्व बेहतर रैंक नहीं आई है।
जानिए, प्रदेश के टाइगर रिजर्व में स्टाफ की क्या स्थिति है
रणथंभाैर : रैंक 40
रणथंभाैर टाइगर रिजर्व में फाॅरेस्ट गार्ड के 50 प्रतिशत से अधिक पद खाली हैं। यहां 123 फाॅरेस्ट गार्ड में से 61 कार्यरत हैं। जबकि 62 पद लंबे समय से खाली चल रहे हैं। इससे रिजर्व की व्यवस्थाएं भी प्रभावित हाे रही है। जबकि यहां बाघाें की संख्या अच्छी है। विभाग की अाेर से खाली पदाें की लंबे समस्या के अलावा संसाधनाें की भी कमी है। पिछले साल रणथंभौर की 40वीं रैंक आई थी।
सरिस्का : रैंक 41
सरिस्का टाइगर रिजर्व में फाॅरेस्ट गार्ड के करीब 50 प्रतिशत पद खाली हैं। यहां करीब 133 में से 68 फाॅरेस्ट गाॅर्ड के पद भरे हैं। जबकि 65 पद खाली हैं। स्टाफ की कमी से हाेने से एक गार्ड के पास दूसरी बीट की भी जिम्मेदारियां हैं। अन्य संसाधन की कमी हाेने से भी मॉनिटरिंग से लेकर ट्रेकिंग में काफी समस्याओं का सामना करना पड़ता है। पिछले साल सरिस्का की 41वीं रैंक आई।
मुकंदरा : रैंक 46
मुकंदरा हिल्स टाइगर रिजर्व में 50 प्रतिशत से अधिक स्टाफ के पद खाली हैं। यहां कुल 111 में से 52 फाॅरेस्ट गार्ड हैं, यानी 60 पद खाली हैं। वहीं, दूसरी ओर अन्य स्टाफ के पद भी पिछले समय से खाली चल रहे हैं। अभी तबादलाें के लिए 33 अधिकारियाें और वनकर्मियाें ने आवेदन किया हुआ है। ऐसे में स्टाफ की भी गंभीर समस्या हाे रही है। पिछले साल मुकंदरा टाइगर रिजर्व की 46वीं रैंक आई थी।
- प्रदेश के तीनाें टाइगर रिजर्व में स्टाफ की कमी से काफी परेशानी हाे रही है। सरकार काे चाहिए कि वाे वर्कचार्ज काे फाॅरेस्ट गार्ड पर प्रमाेट करें। ताकि प्रदेश में सरकार पर वित्तीय भार भी नहीं बढ़ेगा और रिजर्व में राहत भी मिल सकेगी। साथ ही वर्कचार्ज की जगह आसपास के ग्रामीणाें काे राेजगार भी मिल सकेगा। - अशाेक कुमार शर्मा, प्रदेश मंत्री राजस्थान वन विभाग श्रमिक संघ सवाई माधाेपुर
- प्रदेश के तीनाें टाइगर रिजर्व में वन मंडल स्टाफ काे प्रदेश के तीनाें टाइगर रिजर्व में 15-15 दिन की ट्रेनिंग के लिए भिजवाया जाएगा। इस संबंध में आदेश जारी कर दिए हैं। यह ट्रेनिंग चार महीने तक यानी फरवरी तक चलेंगी। नए अधिकारी अपने स्तर पर इसे आगे बढ़ाने का अपने अनुसार निर्णय कर सकेंगे। - जीवी रेड्डी, हैड ऑफ फाॅरेस्ट राजस्थान सरकार
प्रदेश में रणथंभाैर जैसे अभयारण्य बनाए जाएं : भरत सिंह
कैंपा मद में 2 हजार कराेड़ रुपए की राशि पड़ी हुई है, इसका उपयाेग कर हाड़ाैती के जंगलाें काे वन्यजीवाें के संरक्षण किया जाए। प्रदेश में रणथंभाैर जैसे और भी अभयारण्य बनाए जाएं। बारां के शाहबाद के जंगलाें और शेरगढ़ काे संरक्षण की आवश्यकता है। मुकंदरा और रामगढ़ पर भी ध्यान देना हाेगा। ये पत्र सांगाेद विधायक भरत सिंह ने मुख्यमंत्री काे लिखा है। वन विभाग में 40 प्रतिशत पद निचले स्तर पर रिक्त हैं।
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