शुद्ध के लिए युद्ध अभियान के तहत स्वास्थ्य विभाग की टीम ने शुक्रवार को नीमकाथाना शहर में कार्रवाई की। नया बास रोड पर बिना खाद्य लाइसेंस के संचालित मिठाई बनाने की फैक्ट्री पर छापा मारा। टीम ने फैक्ट्री को सीज कर दिया है। इसके अलावा बालाजी रसगुल्ला भण्डार से 360 किलाे मिलावटी केक व 10 किलो लिक्विड ग्लूकोज भी नष्ट किया।
टीम काे नीमकाथाना की नयाबास रोड पर बिना लाइसेंस के मिठाई की फैक्ट्री संचालित होने की जानकारी मिली। शुक्रवार को नीमकाथाना एसडीएम साधूराम जाट के नेतृत्व में स्वास्थ्य विभाग की टीम ने छापा मारा। फैक्टी को सीज किया। फैक्ट्री संचालक जितेंद्रसिंह को खाद्य लाइसेंस बनवाने के निर्देश दिए। खाद्य सुरक्षा अधिकारी रतन सिंह गोदारा ने बताया कि इसके अलावा नीमकाथाना शहर में एक दर्जनभर खाद्य वस्तुओं की दुकानों का निरीक्षण किया।
इस दौरान मावा पेडा, गुलाब जामुन, मिल्क केक, मिश्री मावा, मावा, राजभोग का एक-एक तथा सरसों तेल के दो सैम्पल लिए। नया बास रोड पर बालाजी रसगुल्ला भंडार में 360 किलो मिलावटी मिल्क केक और करीब 10 किलो लिक्विड ग्लूकोज को नष्ट करवाया गया। स्वास्थ्य विभाग की मिलावटखोरों के खिलाफ कार्रवाई जारी रहेगी।
100 में तैयार कर 300 रु. में बेचते थे मिलावटी मिठाई
कारखाने में मिलावटी मिठाई 100 रुपए में तैयार कर 300 रुपए किलो के हिसाब से ग्राहकों को बेचते थे। फूड सेफ्टी अधिकारी रतनलाल गोदारा ने बताया कि मिलावटी मिल्क केक व मिश्री मावा सूजी, वनस्पति तेल व लिक्विड ग्लूकोज से तैयार किया जा रहा था। दो भट्टियों पर घरेलू सिलेंडर से मिलावटी मिठाई तैयार की जा रही थी। मिलावटी मिठाई 100 रूपए में तैयार कर बाजार में 160 रूपए किलो में बेचते थे। यही मिठाई रिटेल में ग्राहकों को 300-350 रूपए किलो के हिसाब से बेची जाती है।
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